गुरुवार, 30 अक्तूबर 2008

भारत की अखंडता

बनाम

हिंदू आतंकवाद

जिस रात साध्वी प्रज्ञा सिंह को आतंकवाद के आरोप में गिरफ्तार किया गया था में सदमें में था और इस देश की हालत पर चिंतित था की कैसे अब इस देश की अखंडता बरकरार रह पायेगी यह देश अब ek और विभाजन की राह पर चल पडा hai अभी १९४७ के विभाजन का दर्द भूलें भी नहीं हैं और यह नया विभाजन सर पर आ गयायह सोचते -२ नींद आ गयी । रात भर की बैचैनी भरी नींद से जब मैं जागा तो सर भारी -२ महसूस हो रहा था एक कप चाय पीने के बाद कुछ हल्का लगने लगा और फिर धीरे-२ रात की चिंता और स्वप्ना का घटना क्रम साफ़ होने लगा। और मैं उसी घटनाक्रम को अपनी डायेरी में लिखने लगा "